छतरपुर। महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी छतरपुर में शनिवार को मुख्य अतिथि डा. मेजर सोनल दीक्षित का हेल्थ ईशु स्पेसिफिक टू विमेंस एंड गल्र्स  विषय पर जनकारीपूर्ण व्याख्यान हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो शुभा तिवारी ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रतिकुलपति डा डीपी शुक्ला एवं रजिस्ट्रार यशवंत सिंह पटेल उपस्थित थे।
मीडिया प्रभारी डा.सुमति प्रकाश जैन के मुताबिक कार्यक्रम का सुंदर आगाज अतिथियों द्वारा मां सरस्वती का भावपूर्ण अर्चन वंदन करने तथा सभी अतिथियों के आत्मीय स्वागत से हुआ। संगीत विभाग के अतिथि विद्वान डा बीएल सिंह व शैलेन्द्र वर्मा के निर्देशन में संगीत की छात्राओं ने मोहक सरस्वती वंदना एवं कुलगान प्रस्तुत किया। इस प्रसंग पर कुलपति  प्रो शुभा तिवारी, विशिष्ट अतिथिद्वय डा डीपी शुक्ला तथा  यशवंत पटेल ने मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता डा मेजर सोनल दीक्षित का शाल, श्रीफल और मनमोहक मोमेंटो भेंट कर भावभीना सम्मान किया गया।
कुलसचिव यशवंत सिंह पटेल ने अपने स्वागत भाषण में सभी अतिथियों एवं बड़ी संख्या में उपस्थित छात्र छात्राओं का स्वागत करते हुए ऐसे उपयोगी व्याख्यान को आयोजित कराने हेतु कुलपति प्रो शुभा तिवारी को श्रेय दिया। कुलपति प्रो शुभा तिवारी ने अपने प्रारंभिक उद्बोधन में कहा कि आज महिलाओं और बालिकाओं के स्वास्थ्य की अनेक समस्याएं सामने आती हैं। इन समस्याओं के कारणों और निदान को दृष्टगत रखते हुए डा मेजर सोनल दीक्षित का यह लाभदायी व्याख्यान रखा गया है। इसे सभी विद्यार्थी बहुत ध्यान से सुनेंगे और नोट्स बनाएंगे।
इस अवसर पर  मुख्य अतिथि डा मेजर सोनल दीक्षित ने अपने विशेष व्याख्यान में हेल्थ ईशु स्पेसिफिक टू वूमेन एंड गल्र्स विषय पर सारगर्भित व्याख्यान दिया एवं स्वास्थ्य से जुड़ी विद्यार्थियो की जिज्ञासाओं का समुचित समाधान किया।इस  अवसर पर विज्ञान, वाणिज्य और कला संकाय के विद्यार्थियों तथा शोधार्थियों ने भारी संख्या में  न्यू बॉटनी हाल तथा सरस्वती हाल में उपस्थित होकर डा.सोनल दीक्षित का संभाषण सुना। डॉ सोनल दीक्षित ने महिलाओं तथा बालिकाओं के अच्छे स्वास्थ्य की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि समाज की आधा प्रतिशत हिस्सेदारी महिलाओं की  हो तब उन्हें स्वयं अपनी सेहत का ध्यान देना होगा। इससे वे अपने परिवार, समाज व देश के विकास में भागीदारी सुनिश्चित कर सकेंगी। डॉ. दीक्षित ने कहा कि अच्छी सेहत के लिए पौष्टिक भोजन,पूरी नींद, स्वच्छ्ता तथा रोग के प्रति जागरूकता एवं निदान के साथ - साथ अपनी बात को अपने परिजनों से साझा करें ,जिससे कोई भ्रान्ति शरीर में विकसित न हो।अपने बारे में सकारात्मक  सोच रखने तथा अपनी समस्या के बारे में विचारने से आप स्वस्थ रहेंगी। भरपूर पानी पीने से शरीर में मौजूद विषाक्त रसायन बाहर हो जाते हैं।पानी कम पीने से शरीर मे पीड़ादायक   पथरी हो जाती है।
डॉ. दीक्षित ने बताया कि स्वस्थ्य रहने के लिये नियमित व्यायाम, करना चाहिए, सुबह का पौष्टिक नाश्ता जरूर करना चाहिए  एवं फास्ट फूड खाने तथा कोल्ड ड्रिंक आदि के सेवन से दूर रहना चाहिए। अंत में इस व्याख्यान कार्यक्रम की संयोजक डा अमिता अरजरिया ने सभी का आभार ज्ञापित करते हुए महिलाओं की समस्याओं से जुड़े बिंदुओं पर प्रभावी विचार व्यक्त किए।कार्यक्रम का संचालन डा सुमति प्रकाश जैन ने किया।राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।