छतरपुर। श्री कृष्णा विश्वविद्यालय के सभागार में राष्ट्रीय विधिक सेवा  दिवस पर व्याख्यान माला का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश न्यायाधीश संघ के अध्यक्ष, तथा जिला एवं सत्र न्यायाधीश छतरपुर रविन्द्र सिंह होरा तथा अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलाधिपति महोदय डॉ. बृजेन्द्र सिंह गौतम द्वारा  की गई एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में सचिव जिला विधिक सहायता प्राधिकरण अनिल चौधरी, प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद जैन, मुख्य न्यायायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती सपना भारती कटरौलिया, न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं रजिस्ट्रार महेंद्र सिंह रावत, जिला विधिक सहायता अधिकारी हेमंत कुशवाहा उपस्थित रहे। मंचासीन अतिथियों ने माँ वीणा वादिनी के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का प्रारंभ किया आगंतुक अतिथियों का स्वागत वृक्षारोपण को बढावा देने के दृष्टि से तुलसी के पौधे सप्रेम भेंट  कर किया गया। अपने स्वागत भाषण में विधि विभाग के अध्यक्ष विवेक प्रताप सिँह ने विधिक सेवा दिवस की महत्ता को बताया एवं सभी अतिथियों का स्वागत कराते हुए उनका परिचय दिया। व्याख्यान माला में विधि विभाग की छात्राओं विजया राजे तिवारी एवं मुस्कान गर्ग द्वारा विधिक सेवा दिवस मनाने के ऐतिहासिकता एवं परिचय का वर्णन किया गया।
व्याख्यान माला में विधि विभाग के सहायक प्राघ्यापक माधवशरण पाठक द्वारा वर्ष 2019 से 2024 तक विधि विभाग में हुई गतिविधियों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी तथा विधि विभाग की विशेषताओं मूटकोर्ट, लीगल एड क्लीनिक, इंटर्नशिप प्लेसमेंट, कोर्ट विजिट, जेल विजिट, थाना विजिट, राजस्व न्यायालय विजिट आदि गतिविधियों के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया।
व्याख्यान माला में जिला विधिक सहायता प्राधिकरण के सचिव अनिल चौधरी द्वारा जिला विधिक सहायता प्राधिकरण में पीडितों, शोषितों, वंचितो को दी जाने वाली योजनाओं के संबंध में जानकारी विधि छात्र-छात्राओं से साझा की साथ ही छात्र-छात्राओं पैरालीगल बोलेन्टियर योजना से जुडकर विधिक जागरूकता करने हेतु आमंत्रित किया।
व्याख्यान माला में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री कृष्णा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. बृजेन्द्र सिंह गौतम जी द्वारा संविधान में उल्लेखित मौलिक अधिकारों की व्याख्या करते हुए अपने नागरिक कर्तव्यों का पालन करने हेतु छात्र-छात्राओं को कहा गया तथा भविष्य में न्यायाधीश एवं लॉ ऑफिसर बनने की शुभकामनाएं देते हुए जीवन में मौलिक कर्तव्यों का ध्यान रखने हेतु छात्र-छात्राओं को विशेष ध्यान रखने को कहा।
व्याख्यान माला के मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता मध्यप्रदेश न्यायाधीश संघ के अध्यक्ष, तथा जिला एवं सत्र न्यायाधीश छतरपुर रविन्द्र सिंह होरा द्वारा अपने बचपन को याद करते हुए अपने जीवन के अनुभव छात्र-छात्राओं के साथ साझा किए तथा सिविल जज बनने तक के अपने कठिन परिश्रम एवं विपरीत परिस्थितियों में सफलता को प्राप्त करने की जानकारी देते हुए आगे कहा कि विधि विभाग में मूटकोर्ट लीगल एड क्लीनिक छात्र-छात्राओं के लिए एक अच्छा प्लेटफॉर्म है, आप सभी छात्र-छात्रायें इन अवसरों का लाभ उठाकर कानूनी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करे एवं सिविल जज या अन्य प्रतिस्पर्धाओं में सफलता प्राप्त करने के साथ अच्छे नागरिक बने और जीवन में सत्कार्य करते हुए निरंतर प्रगति करें।
इसी कार्यक्रम में आगन्तुक अतिथियों द्वारा विधि विभाग के लॉ जर्नल (एस के यू जर्नल ऑफ लेक्स बाईब्रेंट), जिसके कार्यकारिणी संपादक डॉ. आलोक अग्रवाल हैं  इसके साथ ही समाजशास्त्र के सहायक प्राघ्यापक डॉ. दिगंत द्विवेदी की दो पुस्तके सोश्लोजिकल थॉट एवं टीचिंग सोशल साइंस का एवं इतिहास विभाग के सहप्राघ्यापक डॉ. आलोक कुमार पाण्डे की पुस्तक हिस्ट्री ऑफ मिडुवल इंडिया (1000-1707एडी) का विमोचन किया गया। इस कार्यक्रम में विधि विभाग के समस्त प्राघ्यापकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन विधि विभाग की सहायक प्राघ्यापक मेघांजलि तिवारी ने एवं आभार रीना शर्मा ने व्यक्त किया।