छतरपुर। नौगांव नगर से सटी ग्राम पंचायत बिलहरी का नौगांव नगर पालिका में विलय करते हुए यहां नवीन बस स्टैंड बनवाया जाना है लेकिन बिलहरी के ग्रामीण प्रशासन के इस फैसले से खुश नहीं हैं। शुक्रवार को बिलहरी के ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर प्रशासन द्वारा लिए गए इस निर्णय को बदलने की मांग की है।
ग्रामीण गोवर्धन कुशवाहा ने बताया कि बिलहरी पंचायत स्वंतत्र ग्राम पंचायत है, जिसकी कुल आबादी लगभग करीब 5 हजार है। पंचायत में बिलहरी के अलावा ग्वालटोली, कुम्हारटोली और परम कॉलौनी मजरा टोला की बसाहट है। यहां निवासरत अधिकांश ग्रामीण कृषि कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि नगर पालिका नौगांव की सीमा का विस्तार कर ग्राम पंचायत बिलहरी को नगरीय क्षेत्र में शामिल किया जा रहा है, जिससे ग्राम वासियों को सम्पत्ति कर, प्रकाश कर, जल कर, समकेत कर आदि का भुगतान करना होगा और उनके ऊपर आर्थिक बोझ बढ़ेगा। वहीं बिलहरी सरपंच रजनी गंधर्व ने कहा कि पंचायत के नगर पालिका में विलय होने के बाद ग्रामीणों को मनरेगा जैसी योजनाओं के लाभ से विंचित होना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पंचायत का नगर पालिका में विलय किए जाने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यहां के ग्रामीणों को सभी मूलभूत सुविधायें जैसे स्कूल, अस्पताल, आंगनबाड़ी, बैंक, स्थानीय बाजार, बिजली, पानी, नाली, पक्की सड़क आदि अभी भी प्राप्त हो रही है। एक अन्य ग्रामीण संतोष राजपूत ने बताया कि ग्राम पंचायत बिलहरी को नगरीय क्षेत्र में शामिल कर ग्राम पंचायत की भूमि खसरा नं. 1075/1 रकवा 4.391 हेक्टयर के भाग 1.796 पर बस स्टैण्ड का निर्माण कार्य नगर पालिका नौगांव द्वारा कराया जाना है, जिससे नगर पालिका की राजस्व आय तो बढ़ेगी लेकिन ग्रामीण इससे प्रभावित होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि बस स्टैण्ड हेतु प्रस्तावित स्थल चारागाह का है, जिसका उपयोग ग्रामवासियों के पशुओं के लिए किया जाता है। चारागाह न रहने से पशुधन के लिए स्थान नहीं रहेगा, व ग्रामवासियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा।