छतरपुर। भगवान कोई चमत्कार के द्वारा अपना कार्य संपन्न नहीं करते लेकिन चूंकि उनकी महिमा में हम उनको ज्ञान का सागर कहते हैं तो वह ज्ञान सुना-सुना कर पढ़ाई पढ़ा-पढ़ा कर हम आत्माओं को आध्यात्मिक रीति से जागृत करते हैं और आध्यात्मिक जागृति के आधार पर हमारे अंदर के जो दिव्य गुण है, दिव्य शक्तियां हैं उनको जागृत करते हैं। एक मूल रूप से आत्मा अपने आप में हर गुण शक्तियों में संपन्न है लेकिन विस्मृत हो जाने के कारण, देह अभिमान के कारण वो बहुत भूल गई है कि उसके पास क्या-क्या है और भगवान आकर केवल हमें स्मृति दिलाते हैं कि हमारे अंदर यह सब दिव्यता है, कमीं क्या है? केवल स्मृति को रिवाइज करने की और उस संकल्प को दृढ़ता के साथ संपन्न करने की। इसलिए स्वयं को पहचान कर परमात्म शक्तियां लेने का समय है। परमात्मा,दिव्य चेतना का एक सर्वोच्च बिंदु है।
उक्त उद्गार ब्रह्माकुमारीज़ किशोर सागर में शिवरात्रि महोत्सव एवं आध्यात्मिक अलख जगाकर एक दिव्य समाज बनाने के उद्देश्य से से ब्रह्माकुमारीज़ के समाज सेवा प्रभाग के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में छतरपुर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शैलजा ने व्यक्त किये। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट स्वाति जैसवाल, अभी हाल ही में सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति के रूप में राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित समाजसेवी डॉ.संजय शर्मा की उपस्थिति रही और इस कार्यक्रम में डॉक्टर संजय शर्मा जी को उनकी अथक सेवाओं के लिए ब्रह्माकुमारीज़ के द्वारा तिलक और अंग वस्त्र, और ईश्वरीय स्लोगन देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत शिव भोलेनाथ की आरती के साथ दीप प्रज्वलन कर की गई तत्पश्चात कु. अंजली द्वारा शिव महिमा पर नृत्य प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम में सीजेएम स्वाति जैसवाल ने ब्रह्माकुमारी से जुड़े अपने अनुभवों को सांझा करते हुए कहा कि मुझे हर जगह ब्रह्माकुमारी बहनों का बहुत प्यार मिला और मैं समय प्रति समय ब्रह्माकुमारीज़ की क्लासेज ज्वाइन करती हूं। डॉ संजय शर्मा ने किसी भी प्रकार का नशा और गांजे का उपयोग हमारी मानसिक क्षमता को किस प्रकार नुकसान पहुंचाता है और हमें विक्षिप्त बनाता है इस पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रपति सम्मान मिलने के समय के अपने अनुभवों को सांझा किया। कार्यक्रम में पन्ना ट्रेजरी ऑफिसर गौरव गुप्ता, ललितपुर एसडीओ अविनाश गंधी, पूर्व चंदला विधायक राजेश प्रजापति, एडवोकेट संजय मिश्रा अन्य गणमान्य नागरिक एवं क्लास के भाई बहन ने उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में शिव ध्वज फहराया गया और सभी ने मिलकर श्रेष्ठ समाज बनाने की प्रतिज्ञा ली तत्पश्चात परमात्मा को भोग स्वीकार कराकर सभी ने स्वीकार किया।