कुष्ठ रोगियों का पता लगाने खोजी दल घर-घर देंगें दस्तक
दमोह। दमोह शहरी क्षेत्र की आशाओं एवं स्वयंसेवकों को जिला प्रशिक्षण केंद्र में 16 अक्टूबर से 4 नवंबर तक चलने वाले कुष्ठ रोगी खोज अभियान का प्रशिक्षण जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. रीता चटर्जी के निर्देशन में दिया गया। प्रशिक्षक बीएम दुबे ने बताया कि हमें कुष्ठ रोग के प्रति समाज में फैली हुई भ्रांतियां को दूर करना होगा, कुष्ठ रोग पूर्व जन्म के पापों का फल नहीं है, यह रोग माइको बैक्टीरियम लेप्री नामक बैक्टीरिया के द्वारा होता है तथा बहु औषधि उपचार से यह रोग ठीक हो जाता है। चमड़ी के रंग से फीका, बदरंग, पीला या गुलाबी दाग धब्बा जिसमें दर्द, चुभन, ठंडा या गरम का अनुभव नहीं होता है, हाथ पैर में झुनझुनी, सतही तांत्रिकाओं में मोटापा, सूजन तथा दर्द का होना कुष्ठ रोग के लक्षण है। कुष्ठ सुपरवाइजर रतन सिंह ठाकुर ने इस अभियान के उद्देश्य एवं सर्वे के बारे में बताया, एनएमए जीपी अहिरवार ने प्रपत्रों एवं मार्किंग के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर मनीष पांडे एवं शहरी आशाओं की मौजूदगी रही।