छतरपुर। शहर के प्रसिद्ध मोटे के महावीर मंदिर में चल रहे 48वें श्री रामचरितमानस सम्मेलन के आयोजन का गुरूवार का हवन-पूजन और विशाल भंडारे के साथ समापन हुआ। इस दौरान हजारों धर्मप्रेमियों ने मंदिर पहुंचकर सुंदरकांड की चौपाईयों के साथ हवन में आहूतियां डालीं और भंडारे में प्रसाद ग्रहण कर पुण्य-लाभ अर्जित किया।
आयोजन समिति के डॉ. विनोद रावत ने बताया कि विगत 47 वर्षों से विश्व शांति और मानव कल्याण की कामना को लेकर मोटे के महावीर मंदिर में श्री रामचरितमानस सम्मेलन का आयोजन होते आ रहा है। उसी क्रम में इस वर्ष 48वें श्री रामचरितमानस सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ गत 14 नवंबर को 24 घंटे की अखंड रामायण बैठकी के साथ हुआ था। 15 नवंबर को 501 सुंदरकांड पाठ का सामूहिक संगीतमय पाठ किया गया। तदुपरांत 16 से 22 नवंबर तक श्री रामचरितमानस सम्मेलन चला। प्रतिदिन सायं 5 बजे से 9 बजे तक कथा व्यास श्री श्री 1008 श्री महावीर दास जी ब्रह्मचारी पारीक्षा धाम पीठाधीश्वर हनुमतद्वाराचार्य पारीक्षा धाम झांसी, सुश्री दीपा मिश्रा  वृंदावन धाम मथुरा, राजकुमार उदैनिया रामायणी, राघवेंद्र दास रामायणी द्वारा प्रवचन और धार्मिक प्रसंगों का रसपान श्रोताओं को कराया गया। गुरूवार को प्रात: 10 बजे से हवन प्रारंभ हुआ जिसमें सुंदरकांड की चौपाईयों के साथ आहूतियां डाली गईं। दोपहर 12 बजे भंडारे का शुभारंभ हुआ जो देर शाम तक चला।