छतरपुर। आज से नहीं आदिकाल से यह संदेश दिया जा रहा है कि यदि हम बीमार हो तो उसका इलाज अपने आसपास मौजूद सामग्री से करें। आरोग्य भारती इसी बिंदु पर काम कर रही है। महात्मा गांधी ने प्राकृतिक चिकित्सा पर बल दिया था। प्राकृतिक चिकित्सा और कुछ नहीं बल्कि मिट्टी, पानी, धूप और हवा के माध्यम से उपचार की पद्धति है। भगवान धन्वंतरि का जन्मोत्सव सप्ताह गत रविवार से आने वाले रविवार तक मनाया जाना है। इसी क्रम में आरोग्य भारती ने एक कार्यक्रम पन्ना रोड पर स्थित बसारी के डीपी पब्लिक स्कूल में आयोजित किया। यहां बच्चों एवं स्टाफ से स्वस्थ और निरोग रहने पर चर्चा हुई।
परंपरागत तरीके से शुरू हुए कार्यक्रम में भगवान गणेश, मां शारदा और भगवान धन्वंतरि की पूजा कर आरोग्य भारती के पदाधिकारी ने आशीर्वाद लिया। स्वागत भाषण संस्था के डायरेक्टर संजय के अग्रवाल ने प्रस्तुत किया। आरोग्य भारती के संकल्प पर प्रकाश डालते हुए जिला सचिव विकास चतुर्वेदी ने बताया कि हमारी रसोई में ही स्वस्थ रहने की सामग्री उपलब्ध है लेकिन आज के परिवेश में शरीर को लाभ दिलाने वाले तत्वों का उपयोग खान-पान में नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तड़प-भड़क भोजन से बचें। बच्चों और स्टाफ को नियमित व्यायाम करने की भी सलाह दी गई। इस अवसर पर सेवानिवृत्त व्याख्याता रवींद्र शुक्ला एवं कमल अवस्थी ने अपने  उद्बोधन दिए। आरोग्य भारती के विभाग संयोजक डॉ सियाराम चतुर्वेदी के अलावा प्रकाश कठल, वीरेंद्र सोनी, राजकुमार बाजपेई, कुलदीप पांडे, अमित गौतम, राजू तिवारी उपस्थित हुए। विद्यालय परिवार की ओर से रानी रावत, नीलम अग्रवाल, जय हिंद यादव, रवि अहिरवार, प्रदीप, अरविंद, अजीत, रोहित, जितेंद्र शुक्ला सहित अन्य सहयोगी मौजूद रहे और कार्यक्रम में सहयोग किया। वहीं संचालन एडमिन हेड बृजेश अवस्थी ने किया जबकि आभार आनंद विश्वकर्मा ने जताया।