छतरपुर। जिले के गढ़ीमलहरा कस्बे में एक कलयुगी पुत्र द्वारा मंगलवार को अपने पिता की हत्या किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बताया गया है कि मृतक, बचपन में आरोपी को पीटा करता था जिसकी नाराजगी आरोपी को थी और इसीका बदला लेने के लिए उसने अपने पिता की हत्या कर दी है। आरोपी तीन माह पहले ही हत्या के एक अन्य मामले की सजा काटकर जेल से बाहर आया था। घटना के बाद गढ़ीमलहरा पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गढ़ीमलहरा के वार्ड नंबर 12 चतुर्भुज मोहल्ले में रहने वाले 65 वर्षीय पूरन रैकवार की उसके पुत्र नरेन्द्र रैकवार द्वारा सोमवार की शाम को डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और इसके बाद शव को मवेशियों के बाड़े में फेक दिया गया। हत्या करने के बाद आरोपी नरेन्द्र, मृतक पिता की टैक्सी लेकर बाजार में घूम रहा था, जहां उसके छोटे भाई भगवानचरण रैकवार ने उसे देखा। चूंकि मृतक पूरन किसी को अपनी टैक्सी नहीं देता था, जिस कारण से भगवानचरण को संदेह हुआ और उसने पिता पूरन को फोन लगाया। कई बार फोन लगाने के बाद भी जब किसी ने फोन नहीं उठाया तो भगवानचरण घर पहुंचा, जहां उसे पूरन का खून से लथपथ शव पड़ा मिला। इसके बाद भगवानचरण ने पुलिस को फोन लगाकर घटना की जानकारी दी। भगवानचरण ने बताया कि उसका भाई नरेन्द्र सनकी प्रवृत्ति का था और अक्सर डंडा लेकर घूमा करता था, जिस कारण से लोग उसे डरते थे। सूचना मिलते ही नौगांव एसडीओपी चंचलेश मरकाम और गढ़ीमलहरा थाना प्रभारी सुरभी शर्मा पुलिस बल, एफएसएल टीम और डॉग स्क्वॉड के साथ घटना स्थल पर पहुंची। शव को कब्जे में लेने के बाद पुलिस की एक टीम ने आरोपी नरेन्द्र रैकवार को भी लुगासी रोड से दबोच लिया। आरोपी के विरुद्ध गढ़ीमलहरा थाना में हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है, साथ ही आरोपी से घटना के संबंध में सघन पूछताछ की जा रही है।
चौंकाने वाली है हत्या की वजह
पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने बताया कि गढ़ीमलहरा कस्बे में युवक द्वारा पिता की हत्या की गई है। मर्ग कायम कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी के विरुद्ध एक हत्या सहित तीन अपराध पहले से दर्ज हैं। वर्ष 2007 में आरोपी द्वारा की गई हत्या के मामले की सजा काटकर वह 15 अगस्त 2024 को जेल से बाहर आया था। प्राथमिक पूछताछ में सामने आया है कि मृतक, बचपन में आरोपी पुत्र को पीटा करता था तथा उसका विवाह भी उसकी मर्जी के खिलाफ कराया गया था, जिसकी नाराजगी के कारण आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया है।