छतरपुर। मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाई में आए एक युवक ने शासकीय बापू महाविद्यालय नौगांव के प्रभारी प्राचार्य पर अपने संबंधी जनों की नियम विरुद्ध तरीके से संविदा पर कॉलेज में भर्ती करने, छात्र-छात्राओं की प्रोजेक्ट फाइल रद्दी में बेचने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायतकर्ता का कहना है कि जब उसने आरटीआई के माध्यम से इन बिंदुओं की जानकारी प्रभारी प्राचार्य से मांगी तो प्रभारी प्राचार्य ने उसके आवेदन को उसके मुंह पर फेंक दिया, जिसका सीसीटीवी वीडियो भी उसके पास है।
शिकायतकर्ता उमेश भगत निवासी नौगांव ने बताया कि शासकीय बापू महाविद्यालय नौगांव के प्रभारी प्राचार्य हरदयाल अहिरवार द्वारा लंबे समय से अनियमितताएं और शासकीय नियमों की अवहेलना की जा रही है। हाल ही में प्रभारी प्राचार्य हरदयाल अहिरवार ने बिना योग्यता के परखे चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को परीक्षा में इनविजिलेटर की ड्यूटी पर लगाया था, जो कि अनियमितता की श्रेणी में आता है। इसके अलावा उन्होंने व्यक्तिगत लाभ के लिए बीए प्रथम, द्वितीय और तृतीय सेमेस्टर के छात्र-छात्राओ की इतिहास विषय की प्रोजेक्ट फाईलें रद्दी में बेची हैं। उमेश ने बताया कि पूर्व में प्रभारी प्राचार्य ने परीक्षा में एक चपरासी की ड्यूटी लगाकर नकल करवाई थी, जिसकी शिकायत होने के बाद जांच कराई गई और शिकायत सत्य भी पाई गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उमेश का यह भी आरोप है कि प्रभारी प्राचार्य द्वारा अपने परिचित लोगों की महाविद्यालय में संविदा पर नियम विरुद्ध नियुक्ति की गई है। शिकायतकर्ता उमेश भगत का कहना है कि इन्हीं सब बिंदुओं की जानकारी लेने के लिए उसने प्रभारी प्राचार्य को आरटीआई आवेदन दिया था लेकिन आवेदन पढऩे के बाद उन्होंने आवेदन को उसके मुंह पर फेंक दिया, जिसका सीसीटीवी वीडियो भी उमेश के पास है। उमेश की शिकायत लेकर कलेक्टर ने मामले की जांच कराने और आरोप सत्य पाए जाने पर कार्रवाई किए जाने की आश्वासन दिया है।