छतरपुर। राष्ट्रीय चेतना मंच जिला इकाई के तत्वावधान में निकाली गई 15 दिवसीय किसान जागरण पदयात्रा का बुधवार को ग्राम पंचायत दलीपुर के टपरियन में समापन हो गया। इस पदयात्रा के माध्यम से किसानों को परंपरागत खेती और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए खेती करने का संदेश दिया गया। किसानों को बताया गया कि पूर्व में बाजार से कुछ भी खरीदने के लिए किसान नहीं जाते थे। वस्तु विनियम के माध्यम से सामग्री जुटाई जाती थी लेकिन आज खेती बाजार आधारित हो गई है। यही वजह है कि लोग बीमार हो रहे हैं।
लगभग 30 गांवों के हजारों किसानों से भेंट करते हुए किसान जागरण पदयात्रा ग्राम पंचायत दलीपुर के टपरियन पहुंची। बुधवार सुबह 9 बजे से 11 बजे के बीच यात्रा का समापन किया गया। पदयात्रा से जुडऩे वाले किसानों को बताया गया कि वे किस तरह से फिर से स्वास्थ्य को प्रमुखता देने वाली खेती को अपनाएं। पदयात्रा के संयोजक डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा कि हानि लाभ का ध्यान रखकर खेती का मूल्य निर्धारित होना चाहिए। खेती के साथ-साथ पशुपालन एवं पौधारोपण का कार्य होना चाहिए तभी स्वस्थ्य रह सकते हैं। इस अवसर पर प्रतापनारायण पटैरिया, नरवीर सिंह, मुन्नीलाल, परमानंद मिश्र, प्रभुदयाल, भोला, ओमप्रकाश, भागचन्द्र जैन उपस्थित रहे।