भोपाल पहुंचे पदाधिकारियों ने ली बैठक, विभिन्न बिंदुओं पर की चर्चा
छतरपुर। करोड़ों लोगों की आस्था के केंद्र बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सनातन धर्म प्रेमियों में सनातन की अलख जगाने का लगातार कार्य कर रहे हैं। भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए बागेश्वर धाम के सदस्य एवं पदाधिकारी देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर लोगों को जोडऩे का काम कर रहे हैं। इसी क्रम में धाम के चार सदस्यीय दल ने दो दिनों से भोपाल में अलग-अलग स्थान में बैठकें की। लोगों को जोड़कर उन्हें महाराज श्री के संकल्प बताने के साथ-साथ नवंबर में होने वाली दिल्ली से वृंदावन की पदयात्रा का भी आमंत्रण दिया।
बागेश्वर धाम सुंदरकांड गठन के संयोजक एवं प्रभारी अपने चार सदस्यों के साथ मालवा क्षेत्र के प्रवास पर है रविवार को भोपाल के पटेल नगर में एक बैठक हुई जिसमें मंडल की गठन के संबंध में उपस्थित लोगों को जानकारी दी गई वही 7 से 16 नवंबर तक दिल्ली से वृंदावन तक होने वाली महाराज श्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा के संबंध में जानकारी देकर यात्रा से जुडऩे का आह्वान किया गया। दूसरे दिन सोमवार को भोपाल के पंचमुखी श्री हनुमान मंदिर में एक बैठक हुई यहां के पुजारी पं केशव शास्त्री ने समिति के सदस्यों का शाल श्रीफल एवं पट्टिका से सम्मान किया। संयोजक राजेंद्र अवस्थी ने बैठक में मंडल के निर्माण और सुंदरकांड मंडल के गठन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रत्येक मंगलवार एवं शनिवार को शहर के किसी न किसी प्राचीन मंदिर या धार्मिक स्थल में हनुमान चालीसा एवं सुंदरकांड पाठ अवश्य करें ताकि इसके माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जा सके। इस कार्यक्रम के माध्यम से सामाजिक एवं धार्मिक चर्चा को भी बल मिलेगा और आपसी भाईचारा बढ़ेगा। वहीं प्रभारी सुंदर रैकवार ने महाराज श्री की पदयात्रा के संबंध में जानकारी दी। समिति के ओमप्रकाश तिवारी एवं धीरज शर्मा ने भी विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की। उपस्थित सदस्यों को सुंदरकांड मंडल गठन के संबंध में निर्देश पुस्तिका भेंट की गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में सनातन धर्म प्रेमी उपस्थित हुए।
कांवडिय़ों से भेंट कर पदयात्रा का दिया निमंत्रण
बागेश्वर धाम सुंदरकांड गठन समिति के सदस्य भोपाल से इंदौर के लिए रवाना हुए। सदस्यों ने देवास के निकट सोनकच्छ मार्ग पर उज्जैन के बाबा महाकाल को जल अर्पित करने जा रहे कांवडिय़ों से भेंट की। कांवरियों के दल में महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल थे। समिति के सदस्यों ने कांवडियों का स्वागत करते हुए महाराज श्री के सनातन हिंदू एकता पदयात्रा के बारे में जानकारी दी और उन्हें सुंदरकांड मंडल गठन की पुस्तक भेंट की। साथ ही सनातन एकता पदयात्रा में शामिल होने का निमंत्रण देते हुए आग्रह किया गया।