छतरपुर। खेती को मानसून का जुआ कहा जाता है चूंकि तीन माह के इंतजार के बाद फसल किसानों को मिल पाती है। ऐसी स्थिति में फसल आने तक इसमें संकट मंडराता रहता है। किसानों की मांग की है कि मूंगफली को समर्थन मूल्य पर सरकार खरीदे ताकि किसानों को उनकी उपज के बेहतर दाम मिल सकें। किसानों ने प्रदर्शन करते हुए रैली निकालकर जिला प्रशासन को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा है।
मोटे के महावीर मंदिर प्रांगण में भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसान इकट्ठा हुए। यहां से प्रदर्शन करते हुए रैली के माध्यम से किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होंने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष अयोध्या प्रसाद पटेल ने बताया कि प्रशासन का बेहद लचीलापन दिख रहा है। सरकारी कर्मचारी किसानों की समस्या सुनने को तैयार नहीं है। तीन दिन पूर्व एसडीएम को सूचना दी गई थी लेकिन एसडीएम ने किसानों के कार्यक्रम के स्थान पर सचिव संघ को अनुमति दे दी। किसान संघ का कहना है कि मंूगफली को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाए। खाद-बीज समय पर उपलब्ध हो, खाद-बीज के दामों में भी कमी की जाए, अपनी विभिन्न समस्याओं का उल्लेख करते हुए ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपकर जल्द ही समस्याओं के निराकरण की मांग की गई है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए।