किसानों को अभी तक नहीं मिला भूमि अधिग्रहण का मुआवज़ा
हरपालपुए। नगर के बीच से निकले हाइवे के कारण लगातार होने वाली दुर्घटनाओं का खतरा और जाम की समस्या अभी कुछ माह नगरवासियों को और झेलना पड़ेगी। निर्माण कंपनी ने 2023 में प्राथमिता के साथ तेज़ी से बायपास बनाने के लिए काम शुरू कराया था लेकिन अधिकारी ज़मीन अधिग्रहण मुआवजे का वितरण नहीं कर पाने के चलते बायपास निर्माण कंपनी ने काम रोक दिया है।
खाता विभाजन और मुआवजा वितरण को लेकर आ रही बाधाओं के कारण निर्माण कार्य रोकना पड़ा है। सड़क निर्माण में भूमि अधिग्रहण के बाद खाता विभाजन होने के बाद भी तय मुआवजे को लेकर आपसी विवाद के चलते कार्य गति नहीं पकड़ रहा है। किसानों को उनकी भूमि अधिग्रहण का मुआवजा नहीं मिलने से आये दिन बायपास निर्माण कंपनी के कर्मचारियों से वाद विवाद कर खेतों की जमीन में बायपास निर्माण नहीं करने दे रहे हैं। किसानों का कहना कि उनकी जमीन का मुआवज़ा अभी तक नहीं मिला है। खेतों में फसल खड़ी हैं जब तक उनके खातों में भूमि अधिग्रहण की राशि नहीं आती तब तक हम काम नहीं करने देंगे।
12 करोड़ में साढ़े 8 करोड़ वितरित हुआ मुआवज़ा
9 किमी लंबे बायपास निर्माण में 300 खसरा की ज़मीन अधिग्रहण की गई। जिसमें राजस्व अधिकारियों द्वारा सभी 68 खसरों का निपटारा नहीं नहीं किया गया है। अभी लगभग डेढ़ सैकड़ा किसान भूमि अधिग्रहण मुआवजे की 3 करोड़ की राशि से वंचित हैं जो अभी तक इन किसानों के खातों में नहीं पहुंची हैं। इस मामले में भूअर्जन अधिकारी नौगॉव एसडीएम विशा माधवानी का कहना है कि बायपास निर्माण में मुआवज़ा राशि के वितरण के लिए समीक्षा लगातार की जा रही है। भूमि अधिग्रहण के दावों आपत्तियों का निराकरण लगातार किया जा रहा है। कई किसानों के आधार कार्ड और बैंक खातों में नाम में अंतर होने के चलते समस्या आ रही हैं किसानों द्वारा सम्पूर्ण दस्तावेज़ भी उपलब्ध नहीं करवाये जा रहे हैं इस लिए हल्का पटवारियों की ड्यूटी लगाई हैं वे किसानों के घर-घर जाकर उनके दस्तावेज लेकर उनमें सुधार करवायें। जिससे किसानों को उनके खातों में भूमि अधिग्रहण की राशि डाली जा सके।
मुआवजे की आस में कर्ज में डूबे किसान
बायपास निर्माण की मुआवज़ा राशि की आस में कई किसान कर्जदार बन गए हैं। किसानों द्वारा खातों में मुआवज़ा राशि आने की उम्मीद से कर्ज लेकर अपनी बेटियों की शादी बड़े ही धूमधाम से कर दी गई लेकिन एक साल होने को है किसानों के खाते में मुआवज़ा राशि नहीं आई जिससे कई किसान कर्ज तले दब गए हैं। एक पाल महिला किसान ने बताया कि उसके द्वारा मुआवजा राशि के चक्कर में अपनी बेटी की शादी में फाइनेंस करवाकर बाइक खरीदकर दी थी लेकिन मुआवजा नहीं मिलने से बैंक वाले बाइक उठा कर ले गए हैं।