छतरपुर। किसानों को जागरूक करने के लिए किसान जागरण पदयात्रा शुरू की गई है। 5 दिन पहले शुरू हुई यात्रा रविवार को नयाखेरा पहुंची जहां श्यामलाल राजपूत तथा उनके साथियों ने पदयात्रा में शामिल लोगों का आत्मीय स्वागत किया। पदयात्रा के माध्यम से किसानों को बताया जा रहा है कि सामाजिक कुरीतियों के कारण ही आर्थिक बदहाली से हम गुजरने को मजबूर हैं। किसानों को प्राकृतिक चिकित्सा से रोग मुक्त होने का संदेश दिया गया।
नयाखेरा में किसानों को संबोधित करते हुए पदयात्रा के संयोजक डॉ. दिनेश मिश्रा ने कहा कि किसी भी बीमारी में मन एवं पेट का विकार मुख्य होता है। इन्हें ठीक करने के लिए खान-पान में परिवर्तन, उपवास, कटी स्नान, रीढ़ स्नान, मालिश, एनीमा आदि महत्वपूर्ण होते हैं। डॉ. मिश्र ने कहा कि हमें बाजार आधारित खेती न करते हुए अपनी जरूरतों को सहकारिता के आधार पर करनी चाहिए। डॉ. मलखान सिंह ने कहा कि नशा, जुआ, महंगी शादियां हमें कंगाली की ओर ले जाती हैं। इस तरह की फिजूलखर्ची से हम बचेंगे तो हमारा जीवन स्तर सुधरेगा। उन्होंने कहा कि शासन से किसानों को मिलने वाले उपकरणों को टैक्स फ्री होना चाहिए। रात्रि विश्राम गुलगंज में हुआ, पदयात्रा के लिए पंकज पटैरिया तथा संजय चतुर्वेदी की ओर से व्यवस्था की गई। बड़ी संख्या में किसान एवं मजदूर शामिल हुए।