केंद्रीय मंत्री ने शॉल बांटकर जाना मरीजों का हाल

छतरपुर। सोमवार की केंद्रीय मंत्री एवं टीकमगढ़ सांसद डॉ. वीरेंद्र कुमार ने जिला अस्पताल पहुंच कर मरीजों में शॉल बांटते हुए उनका हाल जाना। वहीं उन्होंने जिला अस्पताल के वार्डों का जायजा लेकर अस्पताल प्रबंधन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में मिली अव्यवस्थाओं और गंदगी पर उन्होंने कर्मचारियों को फटकार भी लगाई।
केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने बताया कि वे हर वर्ष सर्दी के मौसम में अपने संसदीय क्षेत्र के अस्पतालों का निरीक्षण करते हैं। उसी क्रम में आज छतरपुर जिला अस्पताल आए हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों का हाल जानकर उन्हें उपहारस्वरूप शॉल प्रदान किए गए हैं। इस दौरान मरीजों ने जो भी समस्यायें बताईं, उनका निराकरण करने के लिए अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिए गए। एक युवती को रक्त की आवश्यकता थी, जिस पर उन्होंने अपनी टीम के सदस्यों को रक्त की व्यवस्था बनाने के लिए कहा। जिला अस्पताल से ज्यादातर मरीजों को रेफर किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे समय-समय पर अस्पताल प्रबंधन के साथ बैठक करते हैं और इस मुद्दे पर विचार विमर्श करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप हालात में पहले से सुधार हैं। आने वाले समय में व्यवस्थाओं को और बेहतर किया जाएगा। इस दौरान भाजपा नेता पुष्पेंद्र प्रताप सिंह, अर्चना सिंह, सिविल सर्जन डॉ. जीएल अहिरवार सहित भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है महाकुंभ: डॉ. वीरेन्द्र कुमार
सोमवार को छतरपुर प्रवास पर रहे केंद्रीय मंत्री एवं टीकमगढ़ सांसद डॉ. वीरेंद्र कुमार ने मीडिया से बात करते हुए प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ पर अपनी प्रतिक्रिया दी। डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि 140 वर्षों के बाद यह शुभ मुहूर्त आया है, जिसमें प्रयागराज की पावन धरा पर विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन, महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। उन्होंने कहा कि सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व से लोग इस अद्वितीय आयोजन को देखने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं। महाकुंभ, धर्म और आध्यात्म का उचित ज्ञान देने वाला आयोजन है इसलिए प्रत्येक भारतीय को जाति-पंथ से ऊपर उठकर महाकुंभ में जाना चाहिए।