बलात्कार की नियत से घर में घुसे गांव के युवक ने की थी महिला की हत्या, अलीपुरा के अंधे हत्याकांड का हुआ खुलासा
छतरपुर। करीब डेढ़ माह पहले पुलिस अनुभाग नौगांव अंतर्गत अलीपुरा थाना क्षेत्र में एक महिला की हत्या का मामला सामने आया था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेकर तमाम पहलुओं की विवेचना की और महिला की हत्या करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। बताया गया है कि जिस युवक ने महिला की हत्या की थी वह उसी के गांव का रहने वाला है और बलात्कार ेकी नियत से महिला के घर में घुसा था। गुरूवार को पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने घटना का खुलासा करते हुए विवेचना करने वाली टीम को 10 हजार रुपए का इनाम दिया।
यह है मामला
पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल में मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बताया कि 29 नवंबर 2023 को अलीपुरा के आदिवासी मोहल्ले की रहने वाली 45 वर्षीय सावित्री बुनकर का शव उसके घर से करीब 50 मीटर की दूरी पर स्थित कुंए में मिला था। सावित्री के पति दशरथ बुनकर की रिपोर्ट पर अलीपुरा थाने में अज्ञात के विरूद्ध धारा 458, 302, 201 आईपीसी के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गई थी। चूंकि मामला गंभीर था इसलिए आरोपी की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित करते हुए नौगांव एसडीओपी चंचलेश मरकाम के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। उक्त टीम ने घटना स्थल पर मिले साक्ष्यों तथा आसपास के लोगों से की गई पूछताछ के आधार पर अलीपुरा के सौंरयाना मोहल्ला निवासी पम्मू उर्फ परम पुत्र छकन आदिवासी उम्र 25 वर्ष को बतौर संदेही हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान पम्मू आदिवासी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पहले पीटा, फिर घसीटा और बाद में कुंए में फेंककर की हत्या
पूछताछ में आरोपी पम्मू उर्फ परम आदिवासी ने बताया कि 28 नवंबर 2023 को उसने अधिक मात्रा में शराब का सेवन किया था। इसी दौरान उसे पता चला कि दशरथ बुनकर की पत्नी सावित्री घर के बाड़े में अकेली सोई हुई है और उसका पति दशरथ खेतों की सिंचाई करने गया है। इसके बाद वह मृतिका के साथ शारीरिक संबंध बनाने की मंशा से बाड़े में पहुंचा जहां सावित्री ने उसका विरोध करते हुए अपशब्द कहे और आवेश में आकर आरोपी पम्मू ने सावित्री का सिर पकड़ा और चारपाई पर दे मारा जिससे सावित्री बेहोश हो गई। पम्मू को डर था कि जब सावित्री होश में आएगी तो वह अपने पति को पूरी घटना बता देगी इसलिए उसने हत्या करने का मन बनाया तथा सावित्री की साड़ी को उसी के गले में लपेटकर घसीटते हुए झाडिय़ों में फेक दिया, इसके बाद भी जब सावित्री की मौत नहीं हुई तो पम्मू ने उसे पास में ही मौजूद जगदीश पाल के कुंए में फेक दिया और मौके से फरार हो गया। उक्त कार्यवाही में अलीपुरा थाना प्रभारी उपनिरीक्षक डीडी शाक्य, प्रधान आरक्षक हनुमानदीन, मुकेश, आरक्षक रामदास, अरविन्द और महिला आरक्षक भावना की सराहनीय भूमिका रही।