छतरपुर। भगवान श्रीराम के अयोध्या मंदिर निर्माण के बाद देश भर में इस बार की रामनवमीं भव्य तरीके से मनायी जा रही है। छतरपुर में रामनवमीं पर आयोजित होने वाली विशाल शोभायात्रा का स्वरूप भी इस वर्ष भव्य और विशेष होने जा रहा है। पिछले वर्षों के मुकाबले इस वर्ष शोभायात्रा की आयोजक संस्था श्रीराम सेवा समिति ने कई नवाचार किए हैं।
कार्यक्रम के संयोजक पंकज पहारिया ने बताया कि इस बार भगवान राम अपने घर में पहुंच गए हैं इसलिए रामनवमीं भी अधिक उत्साह के साथ मनायी जाएगी। रामनवमीं पर निकलने वाली शोभायात्रा देशभर में छतरपुर की पहचान बनाती है इस बार शोभायात्रा के स्वरूप को भव्य और आकर्षक बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष भगवान श्रीराम के रथ को खींचने के लिए कुछ चुनिंदा लोगों को ही अवसर नहीं मिलेगा बल्कि सभी समाज और विभिन्न संस्थान रथ को खींच सकेंगे। इसके लिए यात्रा मार्ग पर सभी को रथ खींचने के लिए आमंत्रित किया गया है। इनमें सभी हिन्दू समाज की जातियां और संस्थान शामिल हैं। पहली बार भगवान श्रीराम रथ के साथ एक हवनकुण्ड चलेगा जिसमें वेद मंत्रों के साथ पूरे मार्ग के दौरान हवन होगा। उन्होंने बताया कि शोभायात्रा में 40 लोगों की एक टीम रथ के साथ झांझ बजाती हुई चलेगी जबकि 700 कलाकारों का दल देश के अलग-अलग हिस्सों में होने वाले शौर्य नृत्य का प्रदर्शन करेगा। रामनवमीं की शोभायात्रा में जिले भर की भागीदारी हो इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इस बार प्रचार के तरीके में भी एक नया बदलाव किया गया है। राजतंत्र के समय जैसे राजाओं के द्वारा घुड़सवारों को भेजकर गांव में डुण्डी पिटवाकर सूचनाएं पहुंचायीं जाती थीं उसी तरह 16 अप्रैल को छतरपुर में भी घुड़सवार निकलेंगे और भगवान राम की शोभायात्रा का प्रचार डुण्डी बजाकर करेंगे।