परमात्मा तक पहुंचाने का मार्ग है महात्मा: पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री
छतरपुर। करोड़ों लोगों की आस्था के केन्द्र बागेश्वर धाम में सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत महापुराण कथा का आयोजन चल रहा है। कथा के दूसरे दिन कथाव्यास बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने महात्मा की महिमा का बखान करते हुए कहा कि जो परमात्मा से जोडऩे का काम करता है वही महात्मा कहलाता है। कथा के दौरान एक प्रश्न से प्रसंग शुरू करते हुए कहा कि महात्मा संसार की माया से दूर रहकर भगवान के ध्यान में मस्त रहता है। कथा के दूसरे दिन नेपाल, गोरखपुर सहित अन्य स्थानों से संतजन कथा में आए।
श्रीमद् भागवत महापुराण के दूसरे दिन महाराजश्री ने कहा कि जिसमें गुरू प्रसन्न हो शिष्य को वही कार्य करना चाहिए। ठीक ऐसा ही पिता की प्रसन्नता के लिए पुत्र को कार्य करना चाहिए। परमात्मा को प्रसन्न करने के लिए भक्त जो कार्य करे वही श्रेष्ठ है। उन्होंने कहा कि संत महात्मा को मौज मस्ती से जोडऩे वाले लोग इस पर भी विचार करें कि वे संसार सागर के मायाजाल को छोड़कर भगवान के भजन में लीन रहते हैं यही उनकी मौज मस्ती है। महात्मा तप और योग के बल पर न केवल स्वयं ईश्वर की भक्ति प्राप्त करता है बल्कि अपने भक्त को भी ईश्वर से जोडऩे का प्रयास करता है।