छतरपुर। मंगलवार के तापमान ने पिछले एक दशक के रिकार्ड तोड़ डाले हैं। मंगलवार को तापमान 49 डिग्री की दहलीज छूने के लिए आतुर दिखाई दिया। आसमान से बरस रही आग लोगों को झुलसा रही है। तेज गर्मी और लू के थपेड़ों ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। एक ओर भीषण गर्मी लोगों का चैन छीन रही है तो वहीं दूसरी ओर बिजली समस्या आग में घी डालने का काम कर रही है। गर्मी से उबल रहे लोगों को कहीं भी राहत नजर नहीं आ रही है। बुधवार को बादलों के आने से तापमान में करीब डेढ़ डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम के जानकार आरएस परिहार ने बताया कि मंगलवार को दिन का तापमान 48.4 डिग्री दर्ज किया गया। बुन्देलखण्ड में शायद यह सबसे ज्यादा आंकड़ा था। श्री परिहार के मुताबिक पिछले करीब एक दशक में तापमान इतना ऊपर नहीं गया। उन्होंने बताया कि हीटवेब के कारण मौसम में बदलाव आया है। आसमान में बादलों के आने से तापमान में भी करीब डेढ़ डिग्री की गिरावट हुई है। हालांकि डेढ़ डिग्री की गिरावट से ज्यादा असर नहीं हो सकता। मौसम विभाग के मुताबिक बादलों के हटते ही तापमान में फिर से बढ़ोत्तरी होगी। श्री परिहार के मुताबिक तेज आंधी चलने की संभावना है जिससे कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। नौतपा के चौथे दिन तापमान ऊंचे शिखर पर था। पांचवें दिन कुछ गिरावट आयी है लेकिन नौतपा के आने वाले अन्य चार दिन गर्मी भरे रहेंगे। ऐसा कहा जाता है कि नौतपा में धरती जितनी तपती है उतनी अच्छी बारिश होती है।
तापमान से भी ऊपर चढ़ा आस्था का पारा
सिद्ध क्षेत्र बागेश्वर धाम में भीषण गर्मी के बावजूद मंगलवार को लाखों लोग बालाजी के दर्शन करने पहुंचे। तेज तापमान भी बालाजी पर आस्था रखने वालों को डिगा नहीं पाया। सोमवार रात  करीब 3 बजे से श्रद्धालुओं का जत्था दर्शन करने के लिए उमड़ पड़ा था। उप्र के बलिया से आयी सीतादेवी ने बताया कि बालाजी की एक झलक पाने के लिए उसे करीब पांच घंटे लग गए। वहीं एक अन्य युवक नवीन ने बताया कि बताया कि भले ही तीखी धूप और लू से जूझना पड़ा लेकिन मन में बालाजी के दर्शन की जो अभिलाषा थी वह पूरी हो गई। बताया जाता है कि सुबह से ही करीब 5 किमी लंबा जाम लग गया था। बागेश्वर धाम में जहां देखो वहीं सिर्फ श्रद्धालुओं के सिर नजर आ रहे थे। लोगों का कहना है कि तापमान कितना भी बढ़े लेकिन बालाजी की कृपा से उन पर कोई आंच नहीं आ सकती।