नौगांव। पवित्र सावन मास के चलते आने को देवस्थानों एवं घरों में पार्थिव शिवलिंग का निर्माण पूजन अभिषेक किया जा रहा है, इसके पश्चात कन्या भोज ब्राह्मण भोजन एवं सह भोज का आयोजन किया जाता है। आमतौर पर लोग प्लास्टिक से बनी दोना पत्तल लिया थर्माकोल का उपयोग करते हैं लेकिन नौगांव नगर में पहली बार एक अनोखी पहल देखने को मिली। सुरेंद्र तिवारी के यहां तीन दिवसीय शिवार्चन का आयोजन किया गया इसके पश्चात भंडारे में सभी को चौकी और आसन लगाकर पलाश से बने हुए दौना पत्तल और मिट्टी के कुल्हड़ का उपयोग कर बैठकर भोजन प्रसाद परोसा गया जिसकी नगर में सराहना हो रही है। यह भी माना जाता है कि पलाश के पत्तल में भोजन करने से स्वर्ण के बर्तन में भोजन करने का पूर्ण हुआ आरोग्य मिलता है। यह पेट पर्यावरण के अनुकूल होते हैं और प्रयोग के उपरांत इसका निस्तारण आसान है। सुरेंद्र तिवारी ने बताया कि आमतौर पर अधिक से अधिक लोगों को प्लास्टिक मुक्त अभियान चलना चाहिए और बैठकर पलाश के पत्तों पर प्रसाद पर उठकर खिलाएं जिससे भोजन करने का अधिक पुण्य लाभ मिलेगा।