छतरपुर। गत अप्रैल में जिले की सीमा पर स्थित धसान नदी के देवरी बांध में एक महिला की लाश मिली थी। महिला की शिनाख्त हरपालपुर थाना क्षेत्र के ग्राम रानीपुरा कैमाहा निवासी युवक की पत्नी के रूप में हुई थी। घटना के बाद महिला के माता-पिता ने पति सहित उसकी ससुराल वालों पर दहेज प्रताडऩा और हत्या के आरोप लगाए थे। चूंकि अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई जिस कारण से महिला के पिता ने मंगलवार को छतरपुर जिला मुख्यालय पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आवेदन देकर मामले की जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश के झांसी जिला अंतर्गत आने वाले ग्राम टोड़ी फतेहपुर निवासी बाबूलाल अनुरागी ने बताया कि 30 अप्रैल 2021 को उसने अपनी बेटी लक्ष्मी अनुरागी का विवाह हरपालपुर थाना क्षेत्र के ग्राम रानीपुरा कैमाहा निवासी हरिशंकर पुत्र रामकुमार अनुरागी के साथ किया था। विवाह में उसके द्वारा 2 लाख रुपए नगद सहित एक बाइक और संपूर्ण गृहस्थी का सामान उपहार स्वरूप दिया गया था। बाबूलाल का आरोप है कि वर्ष 2022 में उसके दामाद हरिशंकर द्वारा दुकान खोलने के लिए 2 लाख रुपए की मांग की गई और जब मांग पूरी नहीं हुई तो बाबूलाल सहित उसके परिजनों द्वारा लक्ष्मी को प्रताडि़त किया जाने लगा। लगातार की जा रही मांग पर उसने 20 हजार रुपए भी हरिशंकर को दिए लेकिन वह नहीं माना और लक्ष्मी को प्रताडि़त करता रहा। बाबूलाल ने बताया कि 27 अप्रैल 2024 को लक्ष्मी के देवर मोनू ने फोन पर सूचना दी कि हरिशंकर द्वारा लक्ष्मी के साथ मारपीट की गई है और मारपीट के बाद से वह लापता है। लक्ष्मी के लापता होने की सूचना हरपालपुर थाना में दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद 30 अप्रैल 2024 को लक्ष्मी की लाश देवरी बांध से बरामद की गई। बेटी का अंतिम संस्कार करने के बाद बाबूलाल ने हरपालपुर थाना में दामाद हरिशंकर, उसके पिता रामकुमार अनुरागी, मां कुँवर बाई और भाई नीरज अनुरागी पर मारपीट कर बेटी की हत्या करने का मामला दर्ज कराने गया था लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट नहीं लिखी। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आवेदन देकर बाबूलाल ने मामले की जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।