छतरपुर। राज्य शासन द्वारा एक जिला एक उत्पाद परियोजना के माध्यम से विभिन्न जिलों में एमएसएमई द्वारा निर्मित स्वदेशी उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी क्रम में एक जिला एक उत्पाद परियोजना अंतर्गत छतरपुर जिले से लकड़ी के फर्नीचर का चयन किया गया है। छतरपुर के उत्कृष्ट लकडी के फर्नीचर उद्योग के विकास, बुनियादी डिजाइन एवं कौशल संवर्धन के लिए एमएसएमई विभाग द्वारा राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान भोपाल के साथ समझौता किया गया है।
राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान भोपाल के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा छतरपुर का भ्रमण किया जाएगा। साथ ही शासकीय आईटीआई संस्थान छतरपुर में एक दिवसीय कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। जिसमें कार्यशाला में एनआईडी (नेशनल इंस्टीट्यूट आफ डिजाइन) भोपाल के प्रतिनिधि, एमएसएमई विभाग के अधिकारी एवं छतरपुर जिले में लकडी फर्नीचर क्षेत्र के उद्यमी, कारीगर, शिल्पकार शामिल हुए जिन्होंने लकडी फर्नीचर के संवर्धन के संबंध में चर्चा की। इसके अलावा फर्नीचर उद्योग से जुड़ी एमएसएमई की तकनीकी, चुनौतियों और आकांक्षाओं के संदर्भ में भी चर्चा की गई। कार्यशाला का उद्देश्य इस क्षेत्र की अप्रयुक्त क्षमता की पहचान कर, उद्यमियों द्वारा एनआईडी भोपाल की विशेषता का लाभ उठाकर उच्च गुणवत्ता एवं उन्नत डिजाइन के फर्नीचर तैयार किया जाना है। इस कार्यशाला में एनआईडी भोपाल से नॉलेज मैनेजमेंट सेंटर के एक्टिविटी चेयरपर्सन एवं वरिष्ठ फैकल्टी अमित कुमार गहलोत, जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र छतरपुर महाप्रबंधक राजशेखर पांडे, उद्योग निरीक्षक विवेक द्विवेदी फर्नीचर उद्योग से जुड़े उद्यमी, कारीगर, शिल्पकार शामिल हुए।
कार्यशाला में लकड़ी फर्नीचर के डिजाइन संवर्धन एक्सपोर्ट पर चर्चा की गई। साथ ही फर्नीचर उद्योग से जुड़ी एमएसएमई के कारीगरों के प्रशिक्षण, उत्पाद की फोटोग्राफी मार्केटिंग, ऑनलाइन प्रसेंस, वेस्टेज कम करने, लघु आकर के उत्पाद, गिफ्ट आयटम, खिलौने, सुवेनीयर आदि के निर्माण के लिए मार्गदर्शन दिया गया।