छतरपुर। आपाजी ब्लड ग्रुप के रफत खान ने बताया कि जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड में मरीज गंभीर हालत में भर्ती था जिसका हीमोग्लोबिन काफी कम था जिसकी वजह से डायलिसिस संभव न था परिजनों ने आपाजी ब्लड ग्रुप से मदद मांगी तब ग्रुप की ओर से मनीष कुमार सैनी ने आगे आकर रक्तदान कर मदद की।
 मनीष ने बताया की मीडिया मे रक्तदान की खबरों को देखकर मेरे अंदर रक्तदान की इच्छा जाग्रत हुई थी। इसी कारण आज में रक्तदान से किसी पीडि़त की मदद करने आया हूूं। रक्तदान करके मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा है अब में निरंतर रक्तदान करता  रहूंगा साथ ही रक्तदान से होने वाले फायदे के बारे में अपने दोस्तों को जागरूक करूंगा।