छतरपुर। जिला पंचायत सभाकक्ष में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री कमलेश पासवास की अध्यक्षता में आकांक्षी जिले के निर्धारित पैरामीटर पर समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में विधायक छतरपुर ललिता यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष विद्या अग्निहोत्री, कलेक्टर पार्थ जैसवाल, सीईओ जिला पंचायत तपस्या परिहार, एडीएम मिलिंद नागदेवे सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य, कृषि, पशुपालन विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग एवं जिले में किए गए नवाचारों की पीपीटी के माध्यम से समीक्षा की गई। साथ ही अलग-अलग इंटीकेटर्स पर गहन समीक्षा कर जिले में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की गई।
केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री पासवान ने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि एनीमिया बीमारी को प्राथमिकता से लेते हुए जिले की प्रोजेक्ट रिपोर्ट भेजें। जिले में डॉक्टरों की कमी पर भी गहराई से चिंतन करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा हर सीएचसी एवं पीएचसी में स्वास्थ्य संबंधी शिकायतों पर ध्यान देते हुए फील्ड पर कार्य करें। जिले में होने वाली बेस्ट प्रैक्टिस जिसमें सखी कॉर्नर, सुमन हैल्प डेस्क, आईआईटी बॉम्बे एमआईवायसीएन प्रोजेक्ट की स्तन पान के संबंध में सराहना की।
उपसंचालक पशु विभाग से आवारा पशुओं और उनकी व्यवस्था जिले में किस तरह की जा रही है आदि जानकारी ली। कृषि अधिकारी से सिंचाई, खाद उपलब्धता, मृदा कार्ड वितरण की स्थिति, मृदा परीक्षण की गहन समीक्षा की गई। श्री पासवान ने कहा किसान जब तक ये नहीं जानेगें की मिट्टी किस प्रकार की है। उस पर कृषि करना उतना ही मुश्किल होगा। इसलिए मृदा परीक्षण को प्राथमिकता देने की अत्यंत आवश्यकता है।
कलेक्टर पार्थ जैसवाल द्वारा ग्राम खोंप में स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा फू्रट फोरेस्ट के संचालन और देखरेख करने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तीन भारत सरकार की योजनाओं के समन्वय से हुए कार्य की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भी मन की बात कार्यक्रम में प्रसंशा की गई।
महिला बाल विकास विभाग की आदर्श आंगनबाड़ी देखकर प्रसन्न्ता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी आंगनबाडिय़ां और भी बनाई जानी चाहिए। डीपीओ ने जिले में चल रही आंगनबाडिय़ां उनकी आधारभूत संरचना उनमें चलाई जाने वाले प्रोग्राम की जानकारी दी।
श्री पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 121 जिलों में आकांक्षी जिला प्रोग्राम 2018 में शुरू किया गया था। जिसमें से छतरपुर 37वीं रैंक पर है। हम इसमें अधिकारियों के समन्वय के साथ और क्या अच्छे कार्य कर सकते हैं इस संबंध में सुझाव लिए और जिले को टॉप 10 में लाने लक्ष्य निर्धारित करने के संबंध में निर्देश दिए। साथ ही जिले में हो रहे फ्रूट फोरेस्ट, डिसिल्ंिटग, टैराकोटा सेंटर और ई-लाइब्रेरी के कार्य में सकारात्मक रूप से जुड़े रहें।